आपातकाल के 50 साल पूरे हो गए हैं। लेकिन अभी भी दिल्ली की गलियों में उन काले दिनों की गूंजे सुनाई देती हैं। कभी यहां तुर्कमान गेट इलाके में लोगों की जबरन नसबंदी की गई थी।
84 साल के अब्दुल रज्जाक के लिए आज भी हथौड़े की चोट, बारात का शोर या कंट्र्क्शन क…

