.
सकता
जा
माना
नहीं
कम
से
फरिश्ते
उसे
तो
,
जाए
आ
सामने
लिए
के
मदद
कोई
में
स्थिति
भयावह
इस
.
थे
जुटे
में
जद्दोजहद
की
ढूंढने
को
अपनों
अपने-अपने
में
मलबे
और
थे
रहे
चिल्ला
लिए
के
मदद
,
थे
रहे
रो
,
थे
रहे
भाग
लिए
के
बचाने
जान
अपनी
लोग
.
था
ढेर
का
मलबे
और
…
किश्तवाड़ आपदा: जिंदगी बचाने की जंग… बच्ची के लिए फरिश्ता बनकर आए भीम सिंह, मांगते रहे दूध पिलाने की भीख

