1960 के दशक में बांग्लादेश के छात्र आज़ादी की लड़ाई की सबसे बड़ी ताकत थे. लेकिन आजादी मिलने के बाद उनमें आपसी बंटवारा तो हुआ, मगर उनमें से कोई भी धार्मिक कट्टरपंथ की तरफ नहीं गया. बांग्लादेश के 1972 के संविधान में आर्टिकल 38 के तहत साफ लिखा था कि कोई…

