पलामू के दिव्यांग खिलाड़ी राजेश कुमार मेहता ने साबित कर दिया कि हौसले के आगे कोई कमी मायने नहीं रखती. पिता का 2013 में निधन और घर की कमजोर आर्थिक स्थिति के बावजूद राजेश ने पढ़ाई के साथ खेल को नहीं छोड़ा. भाई पेंट-पुट्टी कर घर चलाते हैं, जबकि राजेश इं…

