चांद के पास कोई वायुमंडल नहीं है, जब छोटे-छोटे उल्कापिंड उसकी सतह से टकराते हैं तो ज़ोरदार चमक पैदा करते हैं.
पृथ्वी से हम इन चमक को नहीं देख सकते हैं, ये हमारी वायुमंडल में ये उल्कापिंड जलकर खत्म हो जाते हैं.
इसलिए चांद हमारे लिए प्राकृतिक उल्का डिट…

