‘शोले’ की बढ़ती लागत को लेकरट्रेड सर्किल्स में चिंता थी, जैसा कि आज ‘बड़े मियां छोटे मियां’ या ‘गेम चेंजर’ जैसी फिल्मों के साथ देखा जाता है. इंडस्ट्री के लोगों को यकीन था कि इतना खर्च इंडस्ट्री को डुबो देगा और निर्माता कंगाल हो जाएंगे. जब ‘शोले’ रिली…
आज के हिसाब से ₹300 करोड़ था ‘शोले’ का बजट, 5 हफ्ते तक रही फ्लॉप, सीबीएफसी ने 1 वजह से बदलवाया था क्लाइमैक्स

